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________________ मूर्तिपूजा विषयक प्रश्नोत्तर स्था० के प्रश्न १- क्या आप मूर्ति पूजक हैं ? "9 "" २ - तो फिर आपकी कपाल में तिलक क्यों है ? ३-- आप मूर्ति की पूजा तो करते हैं ? ४- तो फिर आप किस चीज की पूजा करते हो ? ५- मूर्ति के निमित्त कारण से तीर्थङ्करों की पूजा ६ - सूत्रों के निमित्त से तीर्थङ्करों की वाणी की पूजा ७ कई लोग आपको जड़ उपासक क्यों कहते हैं ? ८ - मूर्ति की क्या जरूरत है ? 19 37 99 19 ९- हम लोग मूर्तिपूजा बिलकुल नहीं करते हैं ? १० - हम लोगों ने कब मन्दिर में जाकर मूर्तिपूजा की है,, २०२ ११ - आप केवल मुँह से ही कहते हो कि आप १,: १२- हमारे गुरुजी में तो ज्ञानादि गुण है ? १३- हमारे गुरूजी का शरीर जड़ है तो क्या हुआ ?" १४ - हमारे गुरूजी तो रजोहरणादि रखते हैं ? १५ - संयम रूपी नहीं पर अरूपी है ? १६ - रूपी संयम को हम देखतो नही सकते ? १७- हमको मालूम पड़े कि इनमें संयम है उनको १८ - यह तो ज्ञानी ही जान सकते हैं ? १९ - हमारे गुरूजी तो बोलते चालते हैं क्या० Jain Education International "जिनका उत्तर उत्तर For Private & Personal Use Only 99 19 99 " 39 19 19 " "} १९८ 3 "2 "" 95 १९९ १९९ २०१ २०१ 79 २०३ 3 71 "" २०४ " 19 11 २०५ www.jainelibrary.org
SR No.003204
Book TitleMurtipooja ka Prachin Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGyansundarvijay
PublisherRatna Prabhakar Gyan Pushpmala
Publication Year1936
Total Pages576
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
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