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मू० पु० वि० प्रश्नोत्तर अन्त में श्रीमती शासन देवी से हमारी यही नम्र प्रार्थना है कि वे हमारे भाइयों को शीघ्र सद्बुद्धि दें, जिससे पूर्व समय के तुल्य ही हम सब संगठित हो, परम प्रेम के साथ शासन सेवा करने में भाग्यशाली बनें।
ॐ शान्ति ! शान्ति !! शान्ति !!!
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