________________
२५५
मू० पू० वि० प्रश्नोत्तर
. (१४) जीवाभिगम सूत्र में विजयदेव ने जिनप्रतिमा की पूजी की है। :- (१५) प्रज्ञापना सूत्र में ठवणा सच्च कहा है।
(१६ ) जम्बुद्वीप प्रज्ञापति सूत्र में २६९ शाश्वत पर्वतों पर ९१ मन्दिर तथा जम्बुकदेव ने प्रतिमा पूजी । प्रभु आदीश्वर के निर्वाण के बाद उनकी चिता पर इन्द्र महाराज ने रत्नों के स्थूभ (चैत्य) बनाये।
( १७ ) चन्द्र प्रज्ञापति सूत्र में चन्द्र विमानमें जिन प्रतिमा । ... ( १८ ) सूर्य प्रज्ञापति सूत्र में सूर्य विमान में जिन प्रतिमा ।
(१९.२३) पांच निरयावलिका सूत्र में नगरादिअधिकार में जिन प्रतिमा। . (२४) व्यवहारसूत्र उदेशापहला आलोचनाधिकारे जिन प्रतिमा।
( २५ ) दशश्रुत स्कन्ध सूत्र, राजगृह नगराधिकारे जिन प्रतिमा। . (२६) निशीथ सूत्र जिन प्रतिमा के सामने प्रायश्चित लेना कहा।
(२७) वृहत्कल्प सूत्र नगरियों के अधिकार में जिन चैत्य है। - (२८) उत्तराध्ययन सूत्र अध्ययन १० अष्टापद के मन्दिर, अध्याय १८ वा उदाइराजा की राणी प्रभावती के गृह मन्दिर का अधिकार, अध्ययन २९ में चैत्यवन्दन का फल यावत् मोक्ष बतलाया है।
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org