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२१८ (6) मारवाड़ में नांदिया गांव में श्री महावीर स्वामी मौजूद थे, तब उनकी मूर्ति स्थापित की हुई है जिसको जीवितस्वामी कहते हैं।
(१०) काठियावाड़ में श्री महुवा गाँव में भी भगवान् श्री महावीर स्वामी विचरते थे, उस समय की भरवाई हुई उनकी प्रतिमा है। - (११) जोधपुर के पास प्रोसिया नगर में श्री वीर निर्वाण के ७० वर्ष पश्चात स्थापित की हुई श्री महावीर भगवान् की मूर्ति श्री रत्नप्रभसूरि द्वारा प्रतिष्ठित की हुई है, जिसे २४३४ वर्ष हो गये । अन्य प्राचीन लेख भी वहाँ हैं।
(१२) भरुच शहर में श्री मुनिसुव्रतस्वामी के समय की उनकी मूर्ति है, जिसे लाखों वर्ष हो गये।
(१३) कच्छ प्रदेश में भद्रेश्वर तीर्थ का जो भव्य और अति प्राचीन जिनालय है उसका जीर्णोद्धार करते समय जब खुदाई का काम हुआ तो जमीन में से एक ताम्रपत्र मिला है जिस पर प्राचीन समय का लेख है। उसमें लिखा है कि-'यह मंदिर वीर संवत् २३ में बनवाया हुआ है, जिसको आज लगभग ढाई हजार वर्ष हो गये हैं।
(१४) बीकानेर में श्री चिन्तामणि पाश्र्वनाथजी के मंदिर में, चौबीस सौ तथा उससे भी अधिक वर्षों पुरानी सैकड़ों प्रतिमाएँ हैं।...
(१५) सर कनिंगहाम की स्वयं की 'प्राचियोलॉजिकल रिपोर्ट में मथुरा में प्राप्त हुई कितनी ही मूर्तियों के लेख प्रगट
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