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प्रेम से परिवर्तन
मुहम्मद पैगम्बर उपदेश देने के लिए प्रतिदिन मदीना के बाहर खजुरी के एक वृक्ष के नीचे जाया करते थे। उनके उपदेश को सुनने के लिए भक्त वृन्द वहाँ पर उपस्थित होता था।
जिस मार्ग से मुहम्मद उपदेश देने के लिए जाते थे उसी मार्ग पर एक यहूदी स्त्री रहती थी। जब मुहम्मद उसके पास से निकलते तो वह द्वष वश मुहम्मद पर धूल फेंकती, पत्थर व ढेले मारती तथा मुह से गालियों की वर्षा करती । भक्तों ने मुहम्मद से निवेदन किया--आप अन्य मार्ग से जाइए ताकि यह स्त्री आपको कष्ट न दे सके।
मुहम्मद ने मुस्कराते हुए कहा--जब यह अपना स्वभाव नहीं बदलती है तो मैं अपना स्वभाव कैसे बदल दं । वे प्रतिदिन उसी मार्ग से निकलते और वह प्रतिदिन
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