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अकाल मृत्यु पर विजय
महात्मा बुद्ध अपने पूर्व जन्म में काशी देश के किसी ग्रामाधिपति के घर पैदा हुए थे। उनका नाम धम्मपाल था। अध्ययन के लिए वे तक्षशिला गये। बिना किसी भेदभाव के पांच सौ विद्यार्थी एक आचार्य के नेतृत्व में विद्यार्जन कर रहे थे। __ अचानक शिक्षाचार्य का नौजवान लड़का मर गया। सारे आश्रम में शोक छा गया। धम्मपाल को छोड़ कर सभी विद्यार्थी शोकाकुल थे। उनकी आँखों से आँसू बह रहे थे । धम्मपाल ने अपने साथियों से पूछा-आप उदास क्यों हैं । विद्यार्थियों ने कहा-क्या तुझे पता नहीं है कि अपने आचार्य का जवान पुत्र मर गया है।
धम्मपाल ने दृढ़ता के साथ कहा-सहपाठियों ! आप मिथ्या बोल रहे हैं । वृद्ध होने से पहले कोई मरता ही नहीं है।
सभी साथियों को आश्चर्य हुआ। उन्होंने पूछा
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