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बोलते चित्र झगड़े को शान्त करने के लिए अपने पैसे से नवीन अंगूठी बनवाई।
जब वे उनकी अंगूठी उन्हें लौटाने गये तब उन्होंने कहा-मैं तुम दोनों से बड़ा हूँ। तुम दोनों में संप बना रहे, यही मेरी मंगल कामना है।
वस्तुतः पंचों को इसी प्रकार दिलदार होना चाहिए।
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