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________________ विकास का मूल १२५ समय अमलदार को बुलाकर इसका कारण पूछा ? अमलदार घबरा गया । उसने कहा-भूल से ऐसा हो गया है, परन्तु यह बिल सभी स्थानों से पास हो गया है । आप इस पर मुद्रा लगा दीजिए । आप इसकी चर्चा किसी से न करें, मैं इसी समय सात हजार रुपए लाकर दे देता हूं। ___जयप्रकाश ने कहा-यह बात कभी सम्भव नहीं हैं। मैं सारी बात महाराजा से निवेदन करूंगा। सेवक को मालिक से बात छिपा कर रखना विश्वासघात करना है। तुमने भूल स्वीकार कर ली है, इसलिए मैं ऐसा प्रयास करूंगा कि तुम्हें किसी भी प्रकार की आँच न आए। जयप्रकाश ने सारी बात महाराजा से निवेदन की और बताया कि सम्भवतः कार्याधिक्य के कारण अधिकारियों से यह भूल हो गई है। ___ महाराजा जयप्रकाश की प्रामाणिकता को देखकर बहुत ही प्रसन्न हुए। उन्होंने उसी समय बिल-क्लर्क के स्थान से हटाकर उसको अपना प्रधानमन्त्री बना दिया और उनका वेतन पन्द्रहसौ रुपया कर दिया। ___गरीब घर में जन्मा हुआ व्यक्ति भी कर्तव्य-निष्ठा से कितनी अधिक प्रगति कर सकता है, यह बात इस उदाहरण से स्पष्ट हो जाती है । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003198
Book TitleBolte Chitra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDevendramuni
PublisherTarak Guru Jain Granthalay
Publication Year
Total Pages148
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size4 MB
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