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सुकरात ने कहा- क्रीटो सरकार के नियम को तोड़ना बिल्कुल ही अनुचित है । मैं यहाँ से नहीं भागू गा ।
क्रीटो ने निवेदन किया तो फिर आप मुझे कुछ उपदेश दीजिये |
सुकरात ने कहा- 'स्मरण रखना ! न्यायी कभी भी दुःखी नहीं होता और अन्यायी कभी भी सुखी नहीं होता । अन्याय करने की अपेक्षा अन्याय सहन करने में अधिक लाभ है ।'
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बोलती तसवीरें
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