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बड़ो कौन ? __दोनों पण्डित राजा अभयसिंह को राजसभा में पहुँच गये । लक्ष्मी के उपासक पण्डित का चेहरा गुलाब के फूल की तरह खिल रहा था। राजा समझ गया कि लक्ष्मी पर सरस्वती की विजय हुई है। राजा ने सरस्वती के उपासक पण्डित को सवा लाख रुपयों की थैली समर्पित कर सन्मानित किया। अपने मित्र राजा हिम्मतसिंह को भो सत्य तथ्य का परिज्ञान करा कर उसके भ्रम को मिटा दिया ।
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