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राजकुमार का चातुर्य कंठ से घोड़े की प्रशंसा की। राजा ने पूछा-बताओ ! इसमें कोई कमी तो नहीं है न ! __राजकुमारी-घोड़ा सुन्दर ही नहीं, अति सुन्दर है। यदि इसकी आँखें रत्नों के स्थान पर मोती को होती तो अधिक सुन्दर रहती। राजा ने कहा-इसमें क्या बड़ी बात है, स्वर्णकार से कहकर परिवर्तन करा दिया जायेगा।
राजा ने उसी दिन अनुचरों से घोड़ा स्वर्णकार के यहाँ पहुँचा दिया। राजा के आदेश के अनुसार घोड़े की आंख में परिवर्तन कर दिया गया। शौर्यसिंह के स्थान पर किसी भारी वस्तु को उसमें रख दिया गया। __राजकुमार शौर्यसिंह राजा विक्रम की राज सभा में पहुँचा और राजकुमारी के साथ विवाह का प्रस्ताव रखा।
राजा विक्रम ने तीन दिन में राजकुमारी के महल को खोजने की बात कही। राजकुमार ने तपाक से कहा-यदि मैं एक दिन में खोज दूं तो क्या पुरस्कार
देंगे।
राजा विक्रम ---जो आप चाहेंगे, वह
राजकुमार—सभी बन्दी राजकुमारों को मुक्त करना होगा।
शौर्यसिंह ने उसी समय राजकुमारी के महल को खोज निकाला। सभी चकित थे। राजा विक्रम की
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