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सच्चा मानव
की, पर युवक ने सम्राट के द्वारा दी गई कोई भी उपाधि पसन्द नहीं की। उसने कहा-मुझे ऐसी उपाधि चाहिए जो सबसे बढ़कर हो । सम्राट ने कहा-बोलो, तुम्हें कौन-सी उपाधि चाहिये ? उसने कहा-मुझे अन्य उपाधियाँ नहीं चाहिये । आप मुझे ऐसी उपाधि दें जिससे मैं एक सच्चा मानव बनूं। ____ सम्राट ने सुना और कुछ क्षण तक चिन्तन करने के पश्चात् कहा-मैं तुम्हें महामात्य की उपाधि से समलंकृत कर सकता हूँ, अन्य भी अनेक उपाधियाँ दे सकता हूँ किन्तु मानव बनने की उपाधि नहीं दे सकता।
__ आज का मानव एम० ए० (M. A.) तो बन रहा है मैन (MAN) नहीं, यही सबसे बड़ी बिडम्बना है। ___ सच्चा मानव ही विश्व के लिए प्रकाश-स्तम्भ बन सकता है।
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