________________
सेमर्पणसमन
कथा साहित्य के अध्ययन-अनुशीलन लेखन-सम्पादन की प्रेरणा स्रोत मेरी जीवन की आद्यशक्ति परमादरणीया प्रतिभामूर्ति संयम साधिका स्व० मातेश्वरी महासतो प्रभावतीजी म० एवं ज्येष्ठ भगिनी महासती पुष्पवतीजी के प्रति
- उपाचार्य देवेन्द्र मुनि
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org