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श्रेष्ठ शासक
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स्वयं मौज उड़ाना, यह सर्वथा अनुचित है। हम प्रजा के अधिपति कहलाते हैं । शोषण करना हमारा काम नहीं, पोषण करना हमारा काम है। प्रजा की सुख-सुविधा के लिए हर तरह से प्रयास करना-इस दृष्टि से मैं मगधाधिपति को सर्वश्रेष्ठ प्रान्तपति घोषित करता हूँ। उन्होंने प्रजा के साथ जिस स्नेह और सद्भावना का बर्ताव किया वह अवश्य ही प्रशंसनीय है। उनका यह आदर्श प्रत्येक के लिए अनुकरणीय है। मैं उनका अभिनन्दन कर अपने आपको गौरवान्वित अनुभव करता
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