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परिवर्तन ३ पश्चात् बीस वर्ष तक मैंने तेरे भोजन, दूध तथा रहने के लिए आवास, स्कूल-कालेज की फीस, पुस्तकें, वस्त्र आदि की व्यवस्था में कम से कम तीस हजार रुपये बहुत ही श्रम से कमा-कमाकर खर्च किया है। उसका ब्याज भी मिलना है। इस प्रकार कुल पचास हजार रुपये और मेरी तीन वस्तुएँ तेरे पास हैं-रक्त, मांस और केश। इनको भी पुनः मुझे लौटा दे। सवा नौ महीने तक मैंने जो तुझे उदर में रखा उसका भी पचास हजार रुपये का मूल्य देना होगा।
यह सुनते ही डाक्टर दिलीप के पैर के नीचे की धरती खिसक गई। वह सोचने लगा-माँ ने तो इतना बिल बना दिया है कि मैं अभी अपनी सारी संपत्ति भी बेच दंतो भी बिल पेमेण्ट नहीं कर सकता।
बुढ़िया ने कुछ क्षण रुककर कहा-तू वे दिन भूल गया जब कई-कई दिनों तक भूखी-प्यासी रहकर मैंने तुझे खिलाया, तेरे पिता के अभाव में तेरे को कठोर श्रम कर बड़ा किया। ___डाक्टर दिलीप को अपनी भूल ज्ञात हुई । उसने अपनी माँ के चरणों में गिरकर अपनी भूल की क्षमा माँगी-माँ ! पत्नी के मोह में अन्धा होकर मैंने अपने कर्तव्य का पालन नहीं किया। तुमने मेरे लिए
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