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रसायन का उपयोग
१६१ इस पद के लिए दो युवक उनके समक्ष उपस्थित हुए। __आचार्य ने उनके व्यावहारिक ज्ञान की परीक्षा लेनी चाही। एक तरल पदार्थ उनके हाथ में देते हुए कहा"दो दिन में इसका रसायन तैयार करके लाइये।"
तीसरे दिन दोनों युवक आचार्य के कार्यालय में उपस्थित हुए। एक ने अपना तैयार रसायन सामने रखा । आचार्य ने दूसरे की ओर देखा, उसने क्षमा मांगते हुए निवेदन किया- "मैं जब यहां से आपका दिया हुआ पदार्थ लेकर जा रहा था तो रास्ते में एक. वृद्ध व्यक्ति मिला जिसका शरीर ज्वर से संतप्त था। मैं उसकी उपेक्षा नहीं कर सका, दो दिन तक लगातार उसकी सेवा में लगा रहा, अतः रसायन तैयार नहीं कर सका।"
आचार्य ने कार्यालय अध्यक्ष को सूचित किया"इसी युवक को सहायक पद पर नियुक्त किया जाय । क्योंकि आखिर रसायन का उपयोग भी तो मानव सेवा के लिए ही है।"
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