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सत्र में भगवान महावीर ने चार प्रकार
बताये हैं। उनमें प्रथम दो प्रकार नारी के साना रूपों के परिचायक हैं। विणाममेगे देवीए सद्धि संवासं गच्छति । हेवणाममेगे रक्खसीए सद्धि संवासं गच्छति। ..
देव का देवी के साथ सहवास-शिष्ट भद्र पुरुष और सुशीला नारी । देव का राक्षसी के साथ सहवास-शिष्ट पद पुरुष और कर्कशानारी ।
इन दोनों रूपों पर इतिहास प्रसिद्ध कुछ महापुरुषों क जीवन की प्रतिनिधि घटनाए हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति लिंकन बहुत ही आदर्शवादी उच्चनेता थे। किंतु उनकी पत्नी श्रीमती लिंकन बहुत ही क्रूर एवं झगड़ालू स्वभाव की थी। लिंकन के जीवनी लेखक जिमीमाइल्स ने कहा है-"एक बार तो श्रीमती लिंकन ने अपने पति देव का सत्कार अतिथियों के सामने उन पर गर्म चाय का प्याला फेंक कर किया।"
प्रासद्ध यूनानी दार्शनिक सुकरात की यह उक्ति तो प्रसिद्ध ही है कि-किसी ने उससे पूछा-"विवाह करना चाहिए या नहीं !"
सुकरात ने कहा-'अवश्य ! यदि सौभाग्य से पत्नी शांत स्वभाव की मिली तो जीवन आनन्द पूर्वक बीतेगा,
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