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अनुश्रुत श्र तियाँ उठे, तब भी इस मंत्र को जपते रहिए-'यह भी चला जायेगा' इससे तुम्हारी बुद्धि सदा निर्मल रहेगी, तुम्हारा धैर्य कभी टूट नहीं सकेगा और मानसिक संतुलन बराबर बना रहेगा बस यही गुरु मंत्र है-जो जीवन की बड़ी से बड़ी अग्नि परीक्षा में सफलता का वरदान देता है।
राजकुमार ने गुरु मंत्र प्राप्त किया, और उस पर आचरण कर अपने दायित्वों को सफलता पूर्वक निभाया।
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