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लघु पुस्तिका ( ट्रेक्ट) साहित्य:
1.
विजय के आलोक में --मुनि नथमल : - प्रस्तुत कृति भगवान महावीर के वाङमय पर आधारित चिन्तन प्रधान लेख हैं ।
2. श्रमण संस्कृति की दो धाराएं जैन और बौद्ध-मुनि नथमलः - श्रमण संस्कृति पर एक निबन्धात्मक लघु कृति है ।
3. विश्व स्थिति --मुनि नथमल:- विश्व स्थिति के परिप्रेक्ष्य में लिखे गए 11 लघु निबन्धात्मक प्रस्तुत कृति है ।
4. शान्ति र समन्वय का पथ - नयवादः -- इसमें नयवाद के दार्शनिक पहलुओं के साथ आज की राजनैतिक गुत्थियों का तुलनात्मक विवेचन देते हुए शान्ति और समन्वय का एक व्यावहारिक हल प्रस्तुत किया गया है ।
5. भारतीय भाषाओं को जैन साहित्यकारों की देन --मुनि बुद्धमलः - प्राकृत, संस्कृत, अपभ्रंश हिन्दी, गुजराती, मराठी, राजस्थानी, कन्नड, तमिल आदि भाषाओं में योग, दर्शन, तत्व - निरूपण, इतिहास, पुराण, नीति, राजनीति, अर्थशास्त्र, व्याकरण, कोष, छन्द, ग्रलंकार, भूगोल, गणित, ज्योतिष, प्रायुर्वेद, मन्त्र तन्त्र, संगीत, रत्न परीक्षा प्रादि विषयों पर जो साहित्य लिखा गया है उसका संक्षेप में ब्योरा दिया गया है ।
6.
तेरापन्थ की विचारधारा और वर्तमान लोक चिन्तन-मुनि बुद्धमल:- इसमें तेरापन्थ की विचारधारा को वर्तमान के चिन्तकों विचारकों के परिप्रेक्ष्य में देखा गया है।
7. तेरापन्थ शासन प्रणाली --म --मुनि नगराज:-त :- तेरापन्थ की शासन व्यवस्था को वर्तमान समाजवादी आदि शासन प्रणालियों के साथ तोला गया है ।
8. युग प्रवर्तक भगवान महावीर - - मुनि नगराज:- भगवान महावीर के जीवन पर और उनके अहिंसा अनेकान्त के सिद्धान्तों पर प्रकाश डाला गया है ।
9. सर्वधर्म सदभाव --- --मुनि नगराजः - सब धर्मों में नवीनता होते हुए भी हम एकता कैसे खोज सकते हैं । यह इस ट्रेक्ट का विषय है ।
10. अणुव्रत आन्दोलन - - मुनि नगराजः प्रणुव्रतों के प्रादर्शों को संक्षेप में विवेचित किया गया है ।
11.
प्राचार्य श्री तुलसी एक अध्ययन --मुनि नगराजः - प्राचार्यश्री के व्यक्तित्व और कृतित्व पर एक परिचय पुस्तिका है ।
12. तेरापन्थ दिग्दर्शन - मुनि नगराजः - तेरापन्थ की संक्षिप्त परिचयात्मक पुस्तिका
है ।
13.
मानवता का मार्ग अणुव्रत आन्दोलन-मुनि बुद्धमलः - मानवता की भूमिका पर अणुव्रत आन्दोलन को प्रस्तुत किया गया है ।