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________________ 351 11. अणुव्रत आन्दोलन और विद्यार्थी वर्ग--मुनि नगराजः-विद्यार्थियों में चल रही अणुव्रत गतिविधियों का लेखा जोखा इसमें प्रस्तुत किया गया है। 12. प्रेरणा दीप--मुनि नगराज:-अणुवतियों के रोचक और प्रेरक संस्मरणों का संकलन 13. अणुव्रत-आचार्य तुलसी:-प्रस्तुत पुस्तक में अणुव्रतों के नियम-उपनियम तथा लक्ष्य-साधना और श्रेणियों की परिचर्या की गई है। साथ में वर्गीय अणुव्रतों के भी नियम संकलित हैं। एक प्रकार से यह पुस्तक नैतिक विकास की आचार संहिता है। उपन्यास कथा साहित्यः-- 1. निष्पत्ति---मुनि नथमल:-यह विचार प्रधान लघु उपन्यास है। हिंसा की प्रतिहिंसा की प्रतिक्रिया हिसा को जन्म देती है, हिंसा से कभी हिंसा नहीं मिटती, इसी तथ्य के परिप्रेक्ष्य में इस निष्पत्ति की निष्पत्ति हुई है। 2. बंधन टूटे-भाग 1, 2, 3--अनु मुनि दुलहराजः-यह कृति जन कथानक महासती चन्दनबाला पर आधारित गुजराती उपन्यास का हिन्दी अनुवाद है। कथा प्रसंग में अनेक मोड़ हैं। तत्कालीन राजनैतिक, सामाजिक तथा धार्मिक स्थितियों का तथा तन्त्र-मन्त्र-वादियों की प्रवृत्तियों का सुन्दर समावेश इसमें है। 3. गागर में सागर--मुनि नथमल:-प्रस्तुत कृति में 47 लघु कथाएं है। प्रत्येक कथा हृदय को स्पर्श करती हुई आगे बढ़ती है और दिशा बोध में उसकी परिसमाप्ति होती है। शब्द थोडे भाव गहरे की उक्ति का प्रत्यक्ष प्रमाण प्रस्तुत पुस्तक है। 4. जैन जीवन--मुनि धनराज (सरसा) :-प्रस्तुत पुस्तक में जैन जगत के ऐसे 24 कथानक व प्रसंग हैं जो प्राचीन परम्परा से सम्बन्धित हैं । 5. विजास-मुनि राकेश कुमार:-इस पुस्तक में भारत तथा विश्व के 118 जीवनप्रसंग तथा लघ कहानियां है । 6. प्रकास-मुनि राकेशकुमारः-प्रस्तुत पुस्तक में कालिदास, स्वामी विवेकानन्द, प्राचार्य बहुश्रुति महात्मा गांधी, तिलक, जार्ज वाशिंगटन, अब्राहमलिंकन, आइंस्टीन आदि अनेक भारत, ग्रीक एवं पर्शियन चिन्तकों के 112 जीवन प्रसंग व संवाद है । 7. विश्वास-मुनि मोहन शार्दूल:-प्रस्तुत पुस्तक में 84 लघु कथानक संग्रहीत हैं जो नैतिकता और सदाचार का पाठ पढ़ाते हैं। 8. अंगड़ाई--मुनि मोहन शार्दूल:-प्रस्तुत पुस्तक अणुव्रत भावना के प्रकाश में लिखी गई 15 काल्पनिक कहानियों का संग्रह है। 9. आदमी की राह-मुनि मोहनलाल शार्दूल:-प्रस्तुत पुस्तक में 15 नई कहानियां है। इन काल्पनिक कहानियों में मनुष्य को अपने मानवता के पथ पर आने के लिये प्रेरणा दी गई है। 10.. बाल कहानियां भाग 1, 2, 3---मुनि कन्हैयालालः-प्रस्तुत तीन पुस्तकों में बच्चों के लिए शिक्षाप्रद कहानियां संकलित है। 11. आदर्श पोथी--मुनि छनमल:-प्रस्तुत पुस्तक में अ से लेकर ज्ञ तक के वर्णों पर 50 कथानक है। प्रत्येक वर्ण का अर्थ वही किया गया है जो कथानक का सार है। प्रत्येक वर्ण पर होने वाली कथा अन्त्याक्षरी के लिए उपयोगी है।
SR No.003178
Book TitleRajasthan ka Jain Sahitya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVinaysagar
PublisherDevendraraj Mehta
Publication Year1977
Total Pages550
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size22 MB
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