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वैज्ञानिकों की दृष्टिसे
सूर्य का परिवार ("सायन्स डायजेस्ट' में प्रकाशित लेखका अनुवाद )
सूर्य का परिवार है- ग्रह (तारे नहीं), धूम- सूर्य-परिक्रमा का पथ पृथ्वी के पथ से भी बाहर केतु व अन्य समूह, जो सूर्याकर्षण से प्रभावित | है । बहस्पति, शनि, युरेनस और वरुण विशाल सूर्य की परिक्रमा करते रहते हैं। इस परिवार | ग्रह कहलाते हैं, कारण कि वे पृथ्वी से ६४ का विधायक सूर्य स्वयं बड़ा विशाल है, अपने | गुने बड़े हैं। सारे पारिवारिक-जनों के मिले वजन से भी
बुध सूर्य की परिक्रमा पूरी करता है हमारे ७५० गुना अधिक ।
८८ दिन में, और वह सूर्य से औसत ३ करोड़ सूर्य-परिवार के प्रमुख नौ सदस्य हैं।। ६० लाख मील दूर रहता है, अर्थात् पृथ्वी व ये नव ग्रह हैं, सूर्य से अपनी दूरी के अनुसार | सूर्य की दूरी का एक तिहाई ! सूर्य की इस क्रमशः बुध (मयुरी), शुक्र (वीनस) पृथ्वी, | समीपता के कारण बुध हमारी पृथ्वी से ९ गुना मंगल (मार्स ) बृहस्पति (जुपिटर), शनि | अधिक गरम होगा। इसका वही एक भाग (सैटर्न) युरेनस, वरुण (नेप्चून), यम (प्लूटो)।। सदैव सूर्य के सम्मुख रहता है । अर्थात् सम्मुबुध सूर्य के सर्वाधिक समीप है, तो प्लूटो | खीन भाग भयानक गरम और पृष्ठभाग भयानक सर्वाधिक दूर । नाप-तोल में बुध सबसे छोटा ठंडा । तापमान को प्रभावित करने के लिए है, अपनी इस पृथ्वी के एक तिहाई व्यास जितना | पृथ्वी की भांति बुध के चारों ओर वायु-मंडल ही। और सबसे बड़ा बृहस्पति है, जिसका | का सर्वथा अभाव है। व्यास अपनी पृथ्वी से ११ गुना अधिक है। शुक्र सूर्य से औसतन ६ करोड ७० लाख शनि का व्यास उससे थोड़ा कम अर्थात् पृथ्वी मील दर है और हमारी पृथ्वी से सर्वाधिक से साढे नौ गुना बड़ा है; पर उस डेढ़ गुने
समीप । यह घने बादलों के भरपूर वातावरण बड़ेपन के कारण ही बृहस्पति इतना विशाल है
से आवृत है। इसकी सतह को कोई कभी नहीं कि उसमें बाकी आठों ग्रह समा जायें।
| देख पाया है। फिर भी रेडियोज्योतिष के द्वारा बुध और शुक्र प्रायः अंतर्ग्रह कहलाते हैं। यह अनुमान किया गया है कि वह अपनी धुरी कारण कि वे पृथ्वी से भी सूर्य के समीप हैं। पर अपने एक वर्ष अर्थात् हमारे २२५ दिन में अन्य ग्रह बहिर्मेह कहलाते हैं, क्योंकि उनकी | एक बार घूमता है । यह पृथ्वी से थोड़ा-सा
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