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६ समण दीक्षा : एक परिचय
गुरुदेव श्री की यह हार्दिक अभीप्सा है कि समण श्रेणी का इतिहास लिखा जाए। इतिहास आपके चरणों में समर्पित हो उससे पूर्व यह पुस्तिका 'पूर्व पीठिका' के रूप में प्रस्तुत है । आशा है यह लघु प्रयास पाठकों को समणश्रेणी के वारे में सम्पूर्ण जानकारी देने में सफल होगा।
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