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श्री गौतमस्वामी का भाववाही गीतों का संग्रह
हे गौतम स्वामी.
(राग-हे शंखेश्वर स्वामी) मिलाकर हे गौतम स्वामी, हुं प्रणमुं शिरनामीमा अनंत लब्धि तारी,(२) गुणगणना धामी.....हे गौतम.
गोबर गामे जन्म लईने, पृथ्वी मात दुल्हार पिता वसुभूति
गायो,(२) इन्द्रभूति गणधार... हे गौतम. गौतम गौतम जे गुण गाशे, नवनिधि थापा रिद्धी-सिद्धी मळशे (२) वर्ते जयजयकार.....हे गौतम
तारी कृपाथी सद्गुण मळशे, खोटी टेव टळशे
गौतम नाम जे जपशे,(२)थाशे सुखीयो अपार.....हे गौतम. बाळ तमारो शरण आव्यो, कृपा करो दातार हि भकत तमारो गावे,(२) मारो तुं आधार.....हे गौतम.
देवी सरस्वती लक्ष्मी माता, गणिपिटक यक्षराज - त्रिभुवनस्वामि माता,(२) अधिष्ठायक ओ चार..... हे गौतम..
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