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परिणाम
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जीवन विज्ञान : स्वस्थ समाज रचना का संकल्प जीवन विज्ञान के द्वारा चेतना- प्रक्रिया (कांसस एक्टिविटी) को कम कर बिंब प्रक्रिया (रिप्लेक्स एक्टिविटी) को बढ़ाया जा सकता है,जिससे मस्तिष्क पर दबाव न पड़े।
६. पीनियल ग्लेंड की निष्क्रियता से नियन्त्रण की क्षमता कम हो जाती है। थाइमस ग्लेंड की निष्क्रियता से आनन्द की अनुभूति में कमी आ जाती है, बाहर की ओर झुकाव बढ़ जाता है।
१०. व्यवहार और आचार का मुख्य आधार भावधारा है। भाव दो भागों में विभक्त हैं-विधेयात्मक (पोजिटिव) और निषेधात्मक (नेगेटिव)। मनोविज्ञान के अनुसार इसका विश्लेषण इस प्रकार है
विधेयात्मक
(आचार/व्यवहार) भाव
व्यक्तित्व विश्वास उत्साही
सफलता સમય
आशावादी समादर धैर्य प्रसन्न
निश्चितता सहिष्णुता तनाव मुक्त आन्तरिक शांति मृदुता
विनयशील मैत्री श्रद्धा सहृदय
स्वस्थता सहानुभूतिपूर्ण सुख सामंजस्य वीरतापूर्ण विकास पारस्परिक समझ अनुशासनबद्ध साहस,प्रेम आदि आदि आदि आदि आदि आदि
निषेधात्मक
(आचार/व्यवहार) भाव
व्यक्तित्व परिणाम घृणा दुबेल
कुण्ठा ईर्ष्या कठोर
निराशा संदेह उद्दण्ड
लाचारी लोभ नीरस
उद्विग्नता माया
चिड़चिड़ा
निष्ठा
दुःख
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