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प्रतिक्रिया | ७३
मसगल था कि इतने में थानेदार ने मुझसे ही पूछताछ करनी शुरू कर दी । मैंने कुछ भी जानने से इन्कार कर दिया, पर मुझे इस बात का संदेह पैदा हो गया कि कहीं पुलिस वाले मुझे भी फंसा न डालें । इसीलिये मैं वहां से खिसक कर अपने फार्म पर चला गया। बीच में दिलेरसिंह के घर को देखा तो वह बन्द मिला । मैंने पास-पड़ोस से जानकारी की तो पता चला कि दिलेरसिंह तो चार पांच दिनों से घर ही नहीं आया। मैं नहीं जानता कि मेरा अनुमान सही है या गलत, पर मुझे यही जंचता है कि रमेश ज्वेलरी स्टोर की चोरी और रमाकान्त की हत्या का अभियुक्त दिलेर सिंह के सिवाय और कोई नहीं हो सकती।
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