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श्रवणबेलगोल के आसपास
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लिये गङ्ग समुद्र की कुछ भूमि का दान शुभचन्द्र सिद्धान्त देव के शिष्य माधवचन्द्र देव को किया । एचिराज की भार्या एचिकब्बे व उसकी श्र araj ने यह लेख लिखाया । एचिकब्जे शुभचन्द्र देव की शिष्या थी । लेख में गङ्गराज की वंशावली इस प्रकार पाई जाती है
नागवर्म
1
मारमय्य
1 एचिराज -- पोचिकल्बे 1
बम्मदेव चमूप --- बागणब्जे
1
( भानुकीर्त्तिदेव की शिष्या ) पचिराज दण्डनायक एचिकब्जे
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गङ्गराज दण्डनायक बोपदेव दण्डनायक
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