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श्रवणबेलगोल नगर में के शिलालेख
करि-पति- गमने तनूदरि
धरेयाल कालव्वे रूपिनागर मादल ॥ ३१ ॥
तत्सहोदरि ॥
धरेयोल रूढिय मासवाडियरसं हेम्माडि- देव गुणाकरना- भूपन चित्त-वल्लभे लसत्सौभाग्ये राङ्गानिशाकर-ताराचल-तार-हार- शरदम्भोदस्फुरत्कीर्त्ति-भासुरेयप्पाचल- देवि विश्व भुवन प्रख्यातिय ताल्दिदलू ||
॥ ३२ ॥
तत्सहोदर ||
वर - विद्वज्जन कल्प-भूजनमलाम्भोरासि गम्भीरनुदूर र-दर्प- प्रतिनायक - प्रकर- तीव्र ध्वान्त-सङ्घात-संहरणार्क शरदभ्रशुभ्रविलसत्कीर्त्यङ्गनावल्लभ
धरेयोल सावण-नायकं नेगल्दनुद्यद्वैर्य-शौय्यीकर ।।
॥ ३३ ॥
कं ॥ गिरिसुतेगे जह्न कन्नेगे
धरणी-सुतेगन्तिमब्बे गनुपम-गुण-दो ।
दोरेयेन लिन्ती सकलो
र्व्वरेयोल बाचव्वे शीलवति सति नेगल्दल ॥३४॥
तत्पुत्रं ॥
परसैन्याहि-विहङ्ग नूर्जितयशस्सङ्ग जिनेन्द्रांघ्रि-पद्म-रज-भृङ्गनुदार-तुङ्गनेसेदं तन्नोप्पुवीसद्गुणो
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