________________
श्रवण बेलगोल नगर में के शिलालेख २३६ विधानून-दान-समुत्तुङ्ग युमप्प श्रीमतु हिरिय-हेर्गडितियाचलदेवियन्वयवेन्तेन्दोडे । वरकीर्त्ति-धवलिताशा
द्विरदोघं मासवाडि-नाउ विनूत। परम-श्रावकनमल
धरणियोली-शिवेयनायकं विभुवेसेदं ।। २७ ॥ आतन सतिगे सीताम्बुज
शीतांशु-शरत्पयोद-विशदयशश्श्रीधौत-धरातलेगखिल-वि
नीतेगे चन्दव्वेगबल्लेयर्दोरेयुण्टे ॥ २८ ॥ तत्पुत्र ॥ जिन-पति-पद-सरसीरुह
विनमभृङ्ग समस्त-ललनानङ्ग । विनय-निधि-विश्व-धात्रियोल
अनुपमनी बम्म-देव हेग्गडे नेगल्दं ।। २६ ।। तत्सहोदरं ।। गत-दुरितनमल-चरितं
वितरण-सन्तर्पिताखिलार्थि-प्रकरं । क्षितियोल-बावेय-नायक
नति-धीरं कल्प-वृक्ष गेले वन्दं ॥ ३० ॥ तत्सहोदरि ॥ सरसिरह-वदने घन-कुचे
हरिणाक्षि मदोत्क-कोकिल-स्वने महव
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org