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चन्द्रगिरि पर्वत पर के शिलालेख १५५ पर बाण चलाये। लेख में संवत्सर का नाम ईश्वर दिया हुआ है। शक ११३६ ईश्वर संवत्सर था ]
___७४ (१६५ ) प्राकार के बाहर दक्षिण भागस्य तालाब के
उत्तर की ओर चट्टान पर
( सम्भवतः शक सं० ११६८) स्वस्ति . श्रीपराभवसंवत्सरद मार्गसिर बहुल अष्टमी सुक्रवारदन्दु मलेयाल अध्याडि-नायक हिरियबेट्टदि चिकबेट्टकेच्च ॥
['मलयाल अध्याडि नायक' ने विन्ध्यगिरि से चन्द्रागिरि का निशाना लगाया। लेख में पराभव संवत्सर का उल्लेख है। शक ११६८ पराभव संवत्सर था]
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