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चौबीस तीर्थंकर
नक्षत्र में समस्त कर्मों का नाश कर भगवान ने निर्वाण पद प्राप्त कर लिया और वे सिद्ध, बुद्ध व मुक्त हो गए।
धर्म परिवार
गणधर केवली मन:पर्यवज्ञानी अवधिज्ञानी चौदह पूर्वधारी वैक्रियलब्धिकारी वादी साधु साध्वी श्रावक श्राविका
36 4,300 4,000 3000
800 6,000
2,400 62,000
61,600 1,90,000 3,93,000
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