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- अनुभव का उत्पल,
नियन्त्रण और शोधन
समाज का नियन्त्रण हो सकता है, शोधन नहीं। शोधन व्यक्ति-व्यक्ति का होता है।
सत्ता से सामूहिक परिवर्तन हो सकता है, किन्तु वह केवल बाहरी आकार का होता है।
उपदेश या समझाने से वैयक्तिक परिवर्तन होता है, किन्तु वह हृदय का होता है।
सत्ता का आदेश होता है। उसे कोई चाहे या न चाहे, टाल नहीं सकता।
धर्म का उपदेश होता है, उसे न चाहे, वह टाल सकता है।
एक में विवशता है, दूसरे में हृदय की स्वतन्त्रता। स्वतन्त्रता के लिए उपदेश चाहिए।
ना
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