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- अनुभव का उत्पल
( अनुभव का उत्पल
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प्रतिकार का अधिकार
अन्याय असत् है। उसे स्वीकार मत करो, किन्तु अन्याय की भांति घृणा भी असत् है, उसे भी स्वीकार मत करो। जिस व्यक्ति के मन में दूसरों के प्रति घृणा है, उसे अन्याय का प्रतिकार करने का कोई अधिकार नही है।
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