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- अनुभव का उत्पल -
अनुभव का उत्पल
झुकाव
अपने सम्प्रदाय के विचार जो बुद्धिगम्य हैं, वे मेरी दृष्टि से सत्य हैं और जो बुद्धि से परे हैं, वे मेरे लिए चिंतनीय हैं। दूसरे सम्प्रदायों के विचारों के प्रति मेरा यही दृष्टिकोण होना चाहिए। यह आग्रह नहीं, सत्य की शोध का भाव है। इयत्ता नहीं, अनन्त की ओर झुकाव है।
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