________________
— अनुभव का उत्पल
अनुभव का उत्पल
-
LL
श्रद्धेय
समान श्रेणी के लोगों पर सहज श्रद्धा नहीं होती। उसके लिए आवश्यक है कि एक पहले का हो, दूसरा बाद का। एक ऊपर हो, दूसरा उससे नीचे, और श्रद्धा करने वाले को श्रद्धेय की उदारता, समवृत्ति और विशेष योग्यता में विश्वास हो।
-१०५)
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org