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राजस्थानी शब्द-सम्पदा को तेरापंथ का योगदान
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अरहत--अर्हन्त अहिंस्या-अहिंसा आंख्यां-अक्षि आंगणे-अंगणे आंतर-अन्तरे आकड़ो-आक आकरति--आकृति आकल बाकल-अकल विकल आखडण्लू-आखण्डल, इन्द्र आतम-आत्म आतमगिलानी-आत्मग्लानि आद-अनाद-आदि-अनादि आदरस-आदर्श आसगति-आसक्ति आसता, आसथा-आस्था आसरो-आश्रय इचरज-अचरज--आश्चर्य इमरत-अमृत इसड़ो-ईदृश ईसवर-ईश्वर उजली-उज्ज्वल उतष-उत्तप्त उदारण- उदाहरण उपचारिक-औपचारिक ओसाण-अवसान-अर्थान्तर कठण-कठिन कथ-कथ्य कलपना कल्पना कलप बिरछ-कल्पवृक्ष काजल-कज्जल कादो-कर्दम कामधेणु-कामधेनु कामल-कम्बल
कालूस-कालुष्य किरोध-क्रोध किल्यान--कल्याण कुरखेतर-कुरुक्षेत्र खिण-क्षण खमता--क्षमता खीर-क्षीर खांधो-कंधा-स्कंध गिरह-ग्रह चिंतणा-चिन्तना चिमत्कारी-चमत्कारी चेतण-चेतन चेतणा-चेतना छोणो शावक जतातथ-यथातथ्य जथारथ-यथार्थ जलपना-जल्पना जलम-जन्म जलमै-जन्मे जातरा--यात्रा जोग-योग जोगी-योगी जोणी-योनि जोत--ज्योति ततखिण-तत्क्षण तथ–तथ्य तंतर-मंतर-तंत्र मंत्र तरंगणी-तरंगिणी तिरपति--तृप्ति तिरसणा--तृष्णा तिलमात-तिलमात्र तीरथ-तीर्थ तीरथां-तीर्थानि
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