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प्रवचन १६
संकलिका
• अध्यात्म का अर्थ है-आत्मा के भीतर । • अध्यात्म के तीन रूप-बहिरात्मा, अन्तरात्मा, परमात्मा। • मनोविज्ञान की भाषा में मन के तीन रूप ।
चेतन मन, अर्धचेतन मन, अवचेतन मन । • धर्म की सबसे बड़ी उपलब्धि-अध्यात्म की यात्रा। • सब धर्मों का मूल है-अभय ।
रूपान्तरण का उपाय• शरीरशास्त्रीय भाषा-अर्धचेतन मन को सक्रिय करना।
० आध्यात्मिक भाषा-अन्तरात्मा को सक्रिय करना। • उपदेश की भी सीमा । • उपाय की भी सीमा।
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