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अवश्य ही इस विषय पर गंभीर चिन्तन करना होगा, असंयम, विषमता और आसक्ति प्रधान जीवनशैली के सिंहासन पर संयम, समता और अनासक्ति की जीवनशैली को प्रतिष्ठित कर हम धन्यता का अनुभव करेंगे। ‘जीवन शैली और स्वास्थ्य' विषय में जो सम्मेलन आयोजित हो रहा है, वह दृष्ट्रिकोण को बदलने में हेतु बनेगा। इस संभावना को हम अपनी पूर्ण आस्था के साथ स्वीकृति दें।
स्वास्थ्य : अध्यात्म और विज्ञान के संदर्भ में / १२३
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