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अध्याय १६ : ३७६
नाम
गर्म
गर्म
गर्म
आधुनिक वैज्ञानिक रंग के सात प्रकार मानते हैं-लाल, हरा, पीला, आसमानी, गहरा नीला, काला और हल्का नीला।
उसके अनुसार रंग मौलिक नहीं है। यह सात रंगों के एकीकरण से बनता है।
रंगों का प्राणी-जीवन के साथ गहरा सम्बन्ध है। ये हमारे शरीर तथा मानसिक विचारों को भी प्रभावित करते हैं। लेश्या के सिद्धांत द्वारा इसी भावना की व्याख्या की गई है।
वैज्ञानिक परीक्षणों के द्वारा रंगों की प्रकृति पर काफी प्रकाश डाला गया है। देखिये यंत्र
प्रकृति लाल नारंगी लाल नारंगी
बहुत गर्म पीला
गर्म किन्तु लाल नारंगी से कम हल्का गुलाबी बादामी
गर्म हरा
गर्म नीला
न अधिक गर्म, न अधिक ठन्डा गहरा नीला, या आसमानी ठण्डा शुभ्र (बनफ़शी)
न गर्म, न ठण्डा इनमें नारंगी लाल रंग के परिवार का रंग है। बैंगनी और जामुनी रंग नीले रंग के परिवार के हैं। रंगों का शरीर पर प्रभाव
लाल : स्नायुमण्डल को स्फूर्ति देना। नीला : स्नायविक दुर्बलता, धातुक्षय, स्वप्न-दोष में लाभ पहुंचाना और
हृदय तथा मस्तिष्क को शक्ति देना। पीला : मस्तिष्क की शक्ति का विकास, कब्ज, यकृत और प्लीहा के रोगों की
शान्त करने में उपयोगी। हरा : ज्ञान-तन्तुओं और स्नायु-मण्डल को बल देना, वीर्य-रोग के उपशम में
उपयोगी। गहरा नीला : गर्मी की अधिकता से होने वाले आमाशय सम्बन्धी रोगों के
उपशमन में उपयोगी। शुभ्र : नींद के लिए उपयोगी। नारंगी : दमा तथा बात व्यधियों के रोगों को मिटाने में उपयोगी।
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