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________________ ९४ : सम्बोधि “हिंसा से भय, उद्वेग, विरोध, उत्तेजना आदि को बल मिलता है । इस प्रकार हिंसा की परंपरा लंबी हो चलती है जिससे व्यक्ति का मनोबल गिर जाता है । वह छोटी बातों में या सामान्य कष्टों में अपना संतुलन बनाए नहीं रख सकता । अधीर व्यक्ति अहिंसा की साधना के योग्य नहीं होता । भय हमारी अध्यात्मशक्ति की क्षीणता का प्रतीक है । चिन्ता, क्रोध, ईर्ष्या और द्वेष इसके सहचारी हैं। इससे मनुष्य में नैतिक बल का स्फुटन नहीं होता । भय मन और शरीर - दोनों को प्रभावित करता है । मानसिक अस्वास्थ्य से शरीर अस्वस्थ होता है। डॉ० डोवर का कहना है- 'भय से चिन्ता होती है और चिन्ता व्यक्ति को उद्विग्न और हताश बना देती है । यह अपने पेट की नसों को प्रभावित करती है, पेट के अन्दर के पदार्थों को विषम कर देती है । फलस्वरूप उदरव्रण की 'उत्पत्ति हो जाती है ।' योगशास्त्र में लिखा है- 'भय, चिंता, क्रोध, मद आदि मानसिक आवेगों से पुरुषका वीर्य पतला हो जाता है और स्त्री के रजो विकार का रोग उत्पन्न हो जाता है । चरक कहता है- 'चिंता, शोक, भय, क्रोध आदि की अवस्था में किया हुआ पथ्य भोजन भी जीर्ण नहीं होता ।' अध्यात्मक-द क- दृष्टि से देखें तो भय आत्म-पतन का बहुत बड़ा कारण है । भीत व्यक्ति को आत्म-दर्शन नहीं होता। वह हर स्थिति में सशंक रहता है । सर्वत्र उसे भूत ही भूत दिखाई देते हैं। शरीर और बाह्य पदार्थों पर उसका मोह बढ़ता जाता है । मूढ़ मनुष्य हिंसा का अवलम्बन लेते हैं। इस प्रकार एक मूढ़ता से दूसरी मूढ़ता बढ़ती जाती है । आत्मस्थ व्यक्ति सदा सावधान रहता है । वह न दूसरों को डराता है और न स्वयं डरता है । अभय दो और अभय बनो - यह उसका नारा है । अध्यात्मविकास का प्रथम चरण है- अभय । अभय के बिना अहिंसा का अवतरण नहीं होता । अहिंसक बनने की शर्त है - अभय बनना । सत्वान् स एव हन्याद् यः, स्याद् भीरुः सत्त्वर्वाज्जितः । अहसाशौर्य सम्पन्नो, न हन्ति स्वं पराँस्तथा ॥३॥ ३. जीवों का हनन वही करता है जो भीरु और निर्वीर्य है । जिसमें अहिंसा का तेज है, वह स्वयं का और दूसरों का हनन नहीं करता । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003124
Book TitleSambodhi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1981
Total Pages510
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & Spiritual
File Size19 MB
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