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मानव-जीवन की उर्वरा को अहिंसा और अनेकान्त का सिंचन दे सके। वह सिंचन हम सबके लिए, समूचे विश्व के लिए कल्याणकारी होगा।
अणुव्रत विहार नई दिल्ली १-१०-१९७४
आचार्य तुलसी (गणाधिपति तुलसी)
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