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मैंने कुछ ऐसे छोटे-छोटे नियमों की संकलना की, जो व्यावहारिक जीवन में शुद्धता, सात्त्विकता और प्रामाणिकता ला सकें। व्रतों या नियमों का बहुत बड़ा महत्त्व है। ये जीवन-वृत्तियों में नियमन लाते हैं तथा इच्छाएं सीमित बनाते हैं। इससे जीवन सत्त्व-संपन्न बनता है। यह संकलना अणुव्रत-आंदोलन के नाम से जानी जाती है। ___ कुछ लोग इस भाषा में सोचते हैं कि आज परिस्थितियां प्रतिकूल हैं। जब वे अनुकूल बन जाएंगी, तब हम व्रत ग्रहण करेंगे। यह सोच उनकी आत्म-दुर्बलता का परिचायक है। अनुकूल स्थिति में तो हर-कोई वैसा कर सकता है। विशेषता तो उसकी है जो विपरीत परिस्थितियों और कठिनाइयों के बावजूद मार्ग पर चलता जाए।
भारतीय संस्कृति का स्वरूप
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