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पहचानने के संबंध में पृथक-पृथक तर्क, उदाहरण एवं युक्तियां प्रस्तुत करते हैं। भेदाभेद के आधार पर यह द्वैत और अद्वैत दोनों ही है। भिन्नता होते हुए भी इसमें एकता है तथा एक होते हुए भी इसमें भिन्नता विद्यमान है।
कलकत्ता १३ मार्च १९५९
आत्मा के तीन रूप
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