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स्वास्थ्य और आहार-(१)
जो व्यक्ति साधना करना चाहे, उसके लिए जरूरी है स्वास्थ्य। स्वास्थ्य के लिए जरूरी है खाद्य-संयम अथवा उपवास। यह तपस्या का एक प्रकार है जिससे कर्म की निर्जरा होती है। यह धार्मिक दृष्टिकोण है। आरोग्य का दृष्टिकोण यह है कि लंघन करने से शरीर को विजातीय तत्त्वों की सफाई करने का अवसर मिल जाता है। जो व्यक्ति खाते रहते हैं वे अपने शरीर को सफाई करने का अवसर नहीं देते। गंदगी भीतर रहती है, वह बीमारी पैदा करती है।
२० अगस्त
२०००
(भीतर की ओर
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