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________________ समस्याओं का सागर : प्रयोगों की नौका १ समस्या सुलझाने का छोटा सा प्रयोग शांत होकर कायोत्सर्ग की मुद्रा में बैठे। श्वास शांत, शरीर शांत, मांसपेशियां शिथिल । दस मिनिट तक आंखें बन्दकर चाक्षष-केन्द्र आंखों पर पीले रंग का ध्यान करें। अथवा आनन्द केन्द्र पर दस मिनट तक सुनहले रंग का ध्यान करें। ऐसा लगेगा समस्या बिना सुलझाए सुलझ रही है, समाधान स्वतः कहीं से उतरकर सामने आ रहा है। २ समस्या को समझना एक समाधान है। ३ तनावों की तीव्रता में नाक से श्वास लेकर मुंह से निकालते हुए तुरन्त लाभ उठा सकते हैं। इससे कार्बन का विशेष भाग बहिष्कृत हो जाता है। ४ खाना खाने के बाद वज्रासन में बैठने से गैस कम बनती है। ५ दीर्घ श्वास लेना तथा दांये स्वर में भोजन करना स्वस्थता का उपाय है। ६ उत्तेजना के समय श्वास को देखें और उस कमजोरी से मुक्त होने के लिए ज्योतिकेन्द्र-ललाट पर चमकते श्वेत रंग का ध्यान करें। ७ खाने के बाद सोयें तो कायोत्सर्ग में सोयें। ८ श्वास को गले से पीने से क्षुधा शांत होती है। ६ स्मरण-शक्ति की दुर्बलता मिटाने के लिए मस्तिष्क के आस पास चमकते पीले रंग का ध्यान करके लाभ उठा सकते हैं। १० सोते समय शरीर को ढीला एवं मन को विचारों से खाली करने का सर्वोत्तम उपाय श्वास-दर्शन और कायोत्सर्ग है । योगक्षेम-सूत्र ३४ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003089
Book TitleYogakshema Sutra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNiranjana Jain
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1990
Total Pages214
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & Spiritual
File Size7 MB
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