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भुकाव
तुम किसी के प्रति झुकते हो और किसीसे दूर होते हो उससे मुझे क्या ? मेरी आपत्ति वहीं है कि जहाँ तुम हजारोंके भाग्य की कुंजी अपने हाथमें थामे किसीके प्रति झुकते हो और किसीसे दूर होते हो ।
चुभन
फूलने काँटेका नुकीलापन नहीं लिया पर उसकी चुभन ले लो। परिमलकी चुभन काँटेकी चुभनसे कम कष्ट नहीं देती !
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भाव और अनुभाव
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