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ममताका देश
मेरा देश वह है, जहाँ स्त्री और पुरुष नहीं हैं ।
__ मेरा देश वह है, जहाँ धर्म और सम्प्रदाय नहीं है।
मेरा देश वह है, जहाँ गार्हस्थ्य और संन्यास नहीं है।
मेरा देश वह है, जहाँ शिक्षक और शिष्य नहीं है । ओ समताके शास्ता ! मुझे मेरी ममताके देशमें ले चल ।
भाव और अनुभाव
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