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संकलिका | 9
• कोहुवजुत्तो कोहो, माणवजुत्तो माणमेवादा।
माउवजुत्तो माया, लोहुवजुत्तो हवदि लोहो।। (समयसार १२५) • मूल्यवान् शब्द : शान्ति • क्रोध और क्रोधी • व्यापक है क्रोध की समस्या विघटन के घटक तत्त्व - क्रोध का आवेश अहंकार का आवेश लोभ का आवेश • समस्या है असीमित लोभ
आवेश-शमन का उपाय • संश्लेषण नहीं, विश्लेषण करें • विश्लेषण की प्रक्रिया • दीर्घश्वास का मूल्य • शान्त सहवास : मन की शान्ति
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