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२. व्रत-दीक्षा
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संलेखना
मैं इस संलेखना व्रत की आराधना करने के लिए निम्न निर्दिष्ट अतिक्रमणों से बचता रहूंगा
इहलोक सम्बन्धी सुखों की अभिलाषा । २. परलोक सम्बन्धी सुखों की अभिलाषा । ३. जीने की अभिलाषा।
मरने की अभिलाषा। ५. कामभोग की अभिलाषा ।
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