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जो सहता है, वही रहता
* अध्यायकहता है
जो जीवन में परिवर्तन करता है
• वह अनेकांत का प्रयोग करता है।
• वह परिस्थिति को दोष नहीं देता है।
• वह विवशता का जीवन नहीं जीता है।
• वह दूसरों की अपेक्षा स्वयं पर नजर रखता है।
• वह 'रहो भीतर-जीयो बाहर' सूत्र को आत्मसात् कर लेता है।
• वह स्वतंत्रता, स्वावलंबन और पुरुषार्थ में विश्वास करता है।
• वह अहिंसक जीवन शैली को अपनाता है।
• वह सोचने की कला का उपयोग करता है।
• वह आत्मा से आत्मा को देखने का अभ्यास करता है।
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