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प्रत्याख्यान प्रकरण
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प्रश्न २. अद्धाप्रत्याख्यान के दस भेद कौन-कौन से है? उत्तर-१. नवकारसी २. पौरषी ३. पुरिमार्ध ४. एकासन ५. एक-स्थान
६. निर्विकृति ७. आचाम्ल ८. उपवास ९. अभिग्रह १०. चरम। प्रश्न ३. नवकारसी किसे कहते है ? उत्तर-नमुक्कारसहियं-नवकारसी-सूर्योदय के पश्चात् एक मुहूर्त तक चार आहार
का प्रत्याख्यान । नमस्कार महामंत्र का उच्चारण करके इस प्रत्याख्यान को
पूर्ण किया जाता है। प्रश्न ४. पौरुषी प्रत्याख्यान किसे कहते है ? उत्तर-पोरसी-प्रहर-दिन के चार भागों में एक भाग (प्रथम भाग) में चार आहार
का प्रत्याख्यान करना पौरुषीप्रत्याख्यान है। प्रश्न ५. पुरिमार्द्ध प्रत्याख्यान किसे कहते है ? उत्तर-पुरिमार्द्ध-दो प्रहर–आधा दिन तक चार आहार का प्रत्याख्यान करना
पुरिमार्द्ध-प्रत्याख्यान है। प्रश्न ६. एकाशन किसे कहते है? उत्तर-एगासणं-एकाशन-दिन में एक बार भोजन करने के बाद तीन या चार
आहार का प्रत्याख्यान करना एकाशन-प्रत्याख्यान है। प्रश्न ७. एक स्थान प्रत्याख्यान किसे कहते है ? उत्तर-एगट्टाणं-एक स्थान-एक आसन में बैठकर बिना बोलें और बिना संकेत
किए दिन में एक बार भोजन करने के बाद तीन या चार आहार का प्रत्याख्यान एकस्थान-प्रत्याख्यान है। इसे एगट्ठाण व एकलठाणा भी
कहते हैं। प्रश्न ८. निर्विगय प्रत्याख्यान क्या है ? उत्तर-नीवी-दूध, दही आदि विकृतियां-गरिष्ठ पदार्थों का सर्वथा प्रत्याख्यान
करना विर्निगय प्रत्याख्यान है। शास्त्र की भाषा में इसे निव्विगइ एवं
चालू भाषा में नीवी कहा जाता है। प्रश्न है. आचाम्ल (आयंबिल) प्रत्याख्यान किसे कहते हैं ? उत्तर-आयंबिलं-आयंबिल-दिन में एक बार एक अन्न और पानी के अतिरिक्त
कुछ भी ग्रहण करने का प्रत्याख्यान आचाम्ल प्रत्याख्यान है। यह आयंबिल नाम से अधिक प्रसिद्ध है।
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